Friday, September 25, 2009

आता है हमें.........


दिल क जख्मों को छुपाना आता है हमें,
उनकी बेवफाईयों को दबाना आता है हमें,
ये सब हो जाता है बड़ी आसानी से,
  क्योंकि अब भी मुस्कुराना आता है हमें...

2 comments:

  1. बहुत सुन्दर ये तो बडी अच्ची बात है बधाई

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आपकी टिपणी के लिए आपका अग्रिम धन्यवाद
मानव मेहता