Friday, March 18, 2022

खुशियाँ



अभी चार रोज़ पहले ही तो
आई  थीं मेरे पास
कहा था उसने 
कि इस बार कुछ दिन रुक के जाऊँगी....

मगर आज अचानक से
बिन बताये चली गयी____

ये 'खुशियाँ' भी ना,
मेरे पास कभी ठहरती ही नहीं.....

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मानव मेहता