Valentine Week Special :)
झुकी हुई पलकों से कुछ इशारे हो गए,
झुकी हुई पलकों से कुछ इशारे हो गए,
डूबते हुए नखुदा को सहारे हो गये...
उम्र भर चाहता रहा खुद को,
इक नज़र में गैर भी प्यारे हो गए...
नशा छाया तुम्हारा हम पे कुछ ऐसा,
बिन सोचे समझे हम तुम्हारे हो गए...
मुझे जब से फलक पर बिठा दिया है तुमने,
तबसे मेरे हमराह चाँद सितारे हो गए...
इक अदद से दिल मेरा सूना सा रहता था,
वीरानों में भी बहारों के नजारे हो गए....!!
Manav Mehta ‘मन’
ReplyDeleteदिनांक 10/02/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .
धन्यवाद!
Meri rachna ko halchal me shamil karne ke liye shukriya Mathur ji :)
DeleteBahut khoob...
ReplyDeleteshukriya Suman :)
Deleteबहुत उम्दा लाजबाब गजल,,,
ReplyDeleteRECENT POST: रिश्वत लिए वगैर...
Dhanyvaad Deerendra ji ..:)
Deletenice
ReplyDeletethnx :)
Deleteवाह बहुत खूब...
ReplyDeletepasand karne ke liye shukriya
Deleteमानव .....हम आपके कायल हो गए
ReplyDeletePoonam ji ..bas aap sab dosto ki nazar-e-inayat hai :)
Deleteबढि़या है...उत्तम!!
ReplyDeletedhanyvaad aapka :)
Deletevaah bhaai vaah-
ReplyDeleteAATA rahunga-
dil se shukriya pasand karne ke liye aur follower bane ke liye :)
Deletebahut hi sundar
ReplyDeleteshukriya Dr.Shahib :)
Deletebahut khoob manav ji...valentine day par pyaar bhari prastuti!
ReplyDeleteshukriya shalini ji :)
Deleteउनका नशा तो ऐसा ही होता है ... कुछ समझ नहीं आता चढ़ने के बाद ...
ReplyDeleteखूबसूरत गज़ल ...
Shukriya Digambar ji.. :)
Deleteसुन्दर...बहुत सुन्दर..
ReplyDeleteअनु
shukriya
Deletebahut khub kahi gahzal
ReplyDeletepasand karne ke liye shukriya ..
Deletedhanyvaad sada ji
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत
ReplyDeletethnks Sanjay ji...:)
Deletewaah bahut khub
ReplyDeleteshukriya Anu Ji... :)
Deleteइसे पढ़कर फैज की खुशनुमा नज्में याद आ रही हैं। बहुत खूब