मैं वृक्ष हूँ। वही वृक्ष, जो मार्ग की शोभा बढ़ाता है, पथिकों को गर्मी से राहत देता है तथा सभी प्राणियों के लिये प्राणवायु का संचार करता है। वर्तमान में हमारे समक्ष अस्तित्व का संकट उपस्थित है। हमारी अनेक प्रजातियाँ लुप्त हो चुकी हैं तथा अनेक लुप्त होने के कगार पर हैं। दैनंदिन हमारी संख्या घटती जा रही है। हम मानवता के अभिन्न मित्र हैं। मात्र मानव ही नहीं अपितु समस्त पर्यावरण प्रत्यक्षतः अथवा परोक्षतः मुझसे सम्बद्ध है। चूंकि आप मानव हैं, इस धरा पर अवस्थित सबसे बुद्धिमान् प्राणी हैं, अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि हमारी रक्षा के लिये, हमारी प्रजातियों के संवर्द्धन, पुष्पन, पल्लवन एवं संरक्षण के लिये एक कदम बढ़ायें। वृक्षारोपण करें। प्रत्येक मांगलिक अवसर यथा जन्मदिन, विवाह, सन्तानप्राप्ति आदि पर एक वृक्ष अवश्य रोपें तथा उसकी देखभाल करें। एक-एक पग से मार्ग बनता है, एक-एक वृक्ष से वन, एक-एक बिन्दु से सागर, अतः आपका एक कदम हमारे संरक्षण के लिये अति महत्त्वपूर्ण है।
ला-जवाब" जबर्दस्त!!
ReplyDeletetruly brilliant..
ReplyDeletekeep writing........all the best
waaah
ReplyDeleteबहुत सुन्दर .....कुछ रिश्ते सचमुच खास होते हैं .....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर।
ReplyDeleteमैं वृक्ष हूँ। वही वृक्ष, जो मार्ग की शोभा बढ़ाता है, पथिकों को गर्मी से राहत देता है तथा सभी प्राणियों के लिये प्राणवायु का संचार करता है। वर्तमान में हमारे समक्ष अस्तित्व का संकट उपस्थित है। हमारी अनेक प्रजातियाँ लुप्त हो चुकी हैं तथा अनेक लुप्त होने के कगार पर हैं। दैनंदिन हमारी संख्या घटती जा रही है। हम मानवता के अभिन्न मित्र हैं। मात्र मानव ही नहीं अपितु समस्त पर्यावरण प्रत्यक्षतः अथवा परोक्षतः मुझसे सम्बद्ध है। चूंकि आप मानव हैं, इस धरा पर अवस्थित सबसे बुद्धिमान् प्राणी हैं, अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि हमारी रक्षा के लिये, हमारी प्रजातियों के संवर्द्धन, पुष्पन, पल्लवन एवं संरक्षण के लिये एक कदम बढ़ायें। वृक्षारोपण करें। प्रत्येक मांगलिक अवसर यथा जन्मदिन, विवाह, सन्तानप्राप्ति आदि पर एक वृक्ष अवश्य रोपें तथा उसकी देखभाल करें। एक-एक पग से मार्ग बनता है, एक-एक वृक्ष से वन, एक-एक बिन्दु से सागर, अतः आपका एक कदम हमारे संरक्षण के लिये अति महत्त्वपूर्ण है।
very nice...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर! ला-जवाब!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर!
ReplyDeleteहां कुछ खास है...
ReplyDeleteवाह बहुत खूब।
ReplyDeleteसुन्दर और भावपूर्ण कविता के लिए बधाई।
ReplyDeleteभई वाह क्या बात है.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर !
ReplyDeleteवाह वाह क्या बात है ...बहुत सुन्दर रचना ..........
ReplyDeletewah.....wah....
ReplyDeleteBaut khoob ... kya baat hai ...
ReplyDeleteएक प्यार भरा अहसास ...भा गया आपका अंदाज
ReplyDeletenice
ReplyDeletebandhan tute ya na tute......tasweer to khaas lagti hi rahegi..........
ReplyDeletemagar haan, bandhan tootne ke baad tasweer jyada ahhi lagti hai.......
achhi rachna par badhaai......
बहुत खूब ..
ReplyDeleteबहुत खूब ......आभार !
ReplyDeletebahut khubsurat thode se shabdon me hasin yehsason ko byaan karti rachna
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना ....
ReplyDeleteशुभकामनायें !
बहुत सुन्दर प्यार भरा अहसास|
ReplyDeleteअहसास से लबरेज़..प्रस्तुति है आपकी..
ReplyDeleteआभार..!
बहुत सुंदर पंक्तियाँ ....
ReplyDeletebeautifully written.
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