""यूँ तेरा मुझसे रूठ कर जाना गवारा नहीं ,
कि इस दुनिया में कोई भी हमारा नहीं ...
तुम भी चले जाओगे तो कौन साथ देगा ,
तेरे सिवा कोई और हमें देगा सहारा नहीं ..
यूँ तो दीखते है कई लोग हमें महफ़िल में ,
पर इन नज़रों को तेरे सिवा कोई प्यारा नहीं ...
मगर तेरे काबिल इस आसमान में कोई सितारा नहीं ...
तमन्नाएं कुछ नयी करवटें ले रही है इस दिल में ,
अब आ भी जाओ कि तेरे बिना गुजरा नहीं ...""
,बहुत सुन्दर रचना है .. रचना के लिए बधाई ...ऐसे ही लिखते रहे /...आपकी अगली पोस्ट के इन्तजार में ..!!! धन्यवाद !!!
ReplyDeleteजितना गाओ घिंसता जाये जीवन का धुंधला संगीत।
सच है दिल में जिसकी तस्वीर बसी हो सिर्फ उसे ही देखने की चाह होती है............... बहुत सुन्दर...............
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