Showing posts with label तेरे लिए. Show all posts
Showing posts with label तेरे लिए. Show all posts

Wednesday, February 13, 2013

तेरे लिए










जी चाहता है रंग दूँ सपनों को अपने,
हाथों  में  तेरे  हिना  भी  रंग  दूँ...


भर दूँ तेरी दुनिया खुशियों से हमदम,
आँचल  में  तेरे सितारे  भी  भर दूँ...

ना हो तेरी महफ़िल में पतझड़ का मौसम,
तेरे  चमन को हमदम  बहारों से भर दूँ...

तू  जो चले  मेरे जानिब  दो कदम,
इस जादा-ऐ-तलब को नज़ारों से भर दूँ... !!


मानव मेहता 'मन'