Thursday, August 12, 2010

अब आ भी जाओ ...........

""यूँ तेरा मुझसे रूठ कर जाना गवारा नहीं ,
कि इस दुनिया में कोई भी हमारा नहीं ...

तुम भी चले जाओगे तो कौन साथ देगा ,
तेरे सिवा कोई और हमें देगा सहारा नहीं ..

यूँ तो दीखते है कई लोग हमें महफ़िल में ,
पर इन नज़रों को तेरे सिवा कोई प्यारा नहीं ...

तोड़ लाऊं आसमान से तेरे गेसुओं में सजाने को ,
मगर तेरे काबिल इस आसमान में कोई सितारा नहीं ...

तमन्नाएं कुछ नयी करवटें ले रही है इस दिल में ,
अब आ भी जाओ कि तेरे बिना गुजरा नहीं ...""

2 comments:

  1. ,बहुत सुन्दर रचना है .. रचना के लिए बधाई ...ऐसे ही लिखते रहे /...आपकी अगली पोस्ट के इन्तजार में ..!!! धन्यवाद !!!
    जितना गाओ घिंसता जाये जीवन का धुंधला संगीत।

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  2. सच है दिल में जिसकी तस्वीर बसी हो सिर्फ उसे ही देखने की चाह होती है............... बहुत सुन्दर...............

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आपकी टिपणी के लिए आपका अग्रिम धन्यवाद
मानव मेहता